Did You Know | BIS Hallmark

Did You Know | BIS Hallmark 

BIS का वेब साइट है
www.bis.org.in

उस पर लोग इन करके आपको हॉलमार्किंग के नियमो के बारेमें उपलब्ध हर एक दस्तावेज के बारेमें, BIS एप्रूव्ड जवेलरके बारेमें, एवम हर एक हॉलमार्क सेन्टरका सिम्बोल क्या है उसकी जानकारी मिल शकती है।*

जवेलरिमे फिलहाल हॉलमार्किंग के लिए *4 लोगो* लगते है।

        1.     BIS का लोगो*
हर एक ज्वेलरी पर पहला लोगो *BIS* का ही होना चाहिए, जो Bureau of Indian Standards का प्रतिनिधित्व करता है।
*ये किसी भी प्रकारके बदलाव बिना हर एक ज्वेलरी पर लगा होना चाहिए।*

       2.     22K916
हर एक ज्वेलरी पे दूसरा लोगो जवेलरिकी प्युरिटी का होना चाहिए। ये ज्वेलरी की प्योरिटी *केरेटमें* और प्रति 1000 काउंटमे *"मिनिमम शुध्धता का प्रमाण"* क्या  है वो दर्शाता है। याद रखिए यहॉं ज्वेलरी के किसीभी पार्ट की मिनिमम शुध्धता 916 या 750 या 585 होनी चाहिए। 

फिलहाल 3 कैरेट की ज्वेलरी ही हॉलमार्क हो शकती है।
*i)     22K916
*ii)    18K750 और
*iii)   14K585
*बाकी किसी भी केरेटकी ज्वेलरी हॉलमार्क करके या हॉलमार्क के नामसे आप बेच नहीं शकतें।*

        *3.      HMC Logo*
तीसरा लोगो हॉलमार्क सेन्टरका होता है। जो BIS ने हर एक हॉलमार्क सेन्टरके लिए अलग अलग तय किया होता है। ज्यादातर धोखाधड़ी होने की संभावना बिना बिल हॉलमार्क करवाने पर होती है, कभी भी बिना बिल हॉलमार्क मत करवाओ आप हॉलमार्क सेन्टरकी गलती साबित नहीं कर पाओगे और सब इल्ज़ाम आपके ऊपर ही आ जायेगा। इसी लिए हमेशा बिल लेकर ही होलमार्क करवाने का आग्रह रखना चाहिए। आपको होलमार्क ज्वेलरी परत लेते समय *Magnifying Glass* से सभी लोगो बराबर चेक कर लेना चाहिए। कुछ लोग होलमार्क चार्ज कम लेकर बिना बिल होलमार्क करके होलमार्क सेंटर के लोगो मे धोखाधड़ी करके *Fake Hallmarking* करते है ये गलत है।

       *4.    Jeweller's Logo*
हर एक जवेलरिमे चौथा लोगो ज्वेलर का होता है। ये लोगो BIS लायसन्स लेते समय आपको Declare करना होता है। 
और *100 ₹ स्टाम्प पेपर पर एग्रीमेंट करकर जब आप BIS को undertaking देते है की आपकी सभी ज्वेलरी पर आप डिक्लेर किया हुआ लोगो ही इस्तमाल करेंगें और अन्य किसीभी प्रकारके लोगो का आप इस्तमाल नहीं करेंगे।*

आपने लायसन्स लेते समय BIS को जो लोगो दिया होता है वही सेईम लोगो  बीना कुछ बदलावके ज्वेलरी पर लगाने के लिए आप जहां भी होलमार्क करवाये उस होलमार्क  सेंटर को देना होता है। *उसमे यदि आप कुछ चेंज करना चाहे तो प्रथम BIS की मंजूरी लेना आवश्यक है।*

मैं आपको *जवेलरके BIS के साथ किए जानेवाले अग्रीमेंट* की फॉर्मेट , उसकी Clause No 16 के सभी Sub Clause आप ध्यानसे पढ़िए, सोचिए, समजीए, गौर कीजिए और थोड़ा कष्ट लेके जो  सच है उसे फ़ॉलो कीजिए ताकि आप आपके ऊपर आनेवाली मुशीबतों से दूर रह शके।

*अब BIS के पास किसी भी जवेलर के यहां जाके पूरा चेकिंग करने की और कुछ भी गलत लगे तो सब कुछ सील और सीज़ करके कोर्टमें जमा करवा देनेकी पावर है।*
(जो पहले नहीं थी)

मैं आपको *14/06/2018* के दिन भारतके अलग अलग प्रदेश और विभाग के अनुसार हॉलमार्क सेंटर के नाम, पता, कॉन्टेक्ट नंबर, मेईल, *जिम्मेदार Contact Person का नाम* एवम हॉलमार्क सेन्टरके *चिन्ह (logo)* की जानकारी *PDF* फाइल के द्वारा दे रहा हूँ। 
जिससे आपको आपके प्रदेशके किसी भी हॉलमार्क सेन्टरके लोगोकी जानकारी उपलब्ध हो शकती है।

*किसी भी दो सेंटर के लोगो कभी भी समान नहीं होते। एक ही मालिक के अलग अलग सेन्टरके लोगो भी अलग अलग होते है।*

*अब आप जब भी किसी भी हॉलमार्क सेन्टरमें आपकी ज्वेलरी को हॉलमार्क कराये तो उनके लोगो चेक कर शकतें है। मेरी एक सलाह ये है कि अब आप अपनी ज्वेलरी अपने आप ही हॉलमार्क कराए, और तैयार (Readymade) हॉलमार्क पर कभी भी विश्वास न करें ।*

*आप जबभी किसी भी हॉलमार्क सेन्टरके लोगो के बारेमें जानना चाहें तो ये PDF आपको बहोत काममे आएगी उसको * मार्क डालके सम्हालकर रखिएगा और गलत हॉलमार्किंग से बचके रहिएगा।*


*_आप इस मेसेज को  इसके सभी अटेचमेंट के साथ आपके ज़्यादा से कॉन्टेक्ट मे और ज्यादा से ज्यादा ग्रूपमें फॉरवर्ड करें ताकि सबको सच्ची जानकारी मिले।_*

*Kishan Verma (Assay Master/Technical Manager)*

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